पॉली हाउस मे खीरे की खेती कैसे करे | खीरे की खेती

खीरे के मांग आज के समय मे बाजार मे साल भर बनी रहती है। खीरे की बाजार मे मांग बनी रहने के कारण किसानो को खीरे के भाव भी बढ़िया मिल जाते है। आज हम बाते करेंगे की पॉली हाउस मे खीरे की खेती कैसे करे, ताकि खीरे की खेती से कम समय मे अधिक मुनाफा कमाया जा सके। खीरे का उपयोग आजकल सलाद और आचार बनाने मे काफी मात्रा मे हो रहा है।

अगर कोई किसान खीरे की खेती पॉली हाउस मे करता है। और बाजार मे अन्य किसानों के मुकाबले जल्दी खीरे को पहुँचाने से अन्य किसानों के मुकाबले अच्छा मुनाफा कमा सकता है। आज के इस लेख मे हम आपको खीरे की खेती की पूरी जानकारी प्रदान करने वाले है। आप हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढे।

खीरे की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु

खीरा की खेती गरम मौसम मे की जाने वाली खेती है। खीरे की अच्छी ग्रोथ के लिए 27 से 35 डिग्री सेन्टीग्रैड तापमान को अच्छा माना गया है। खीरे की फसल अधिक ठंड व पाले के प्रति संवेदनशील होती है। खीरे की खेती मे अधिक तापमान व आद्रर्ता से खीरे मे पाउडरी मिल्डयु रोग हो जाता है। खीरे की खेती से अधिक पैदावार लेने के लिए तापमान न्यूनतम 15.5 औसत और अधिकतम 40.5 प्रतिशत की आवश्यकता रहती है। अगर आप पॉली हाउस मे खीरे की खेती कर रहे है तो आद्रर्ता 65 से 70 और नमी 90 उचित रहती है, खीरे की खेती के लिए।

पॉली हाउस मे खीरे की खेती की खेती कैसे करे

खीरे की खेती मे खीरे की कौनसी किस्म को उगाए

अगर कोई किसान भाई पॉली हाउस मे खीरे की खेती कर रहा है तो हमेशा खीरे की संकर किस्मों का ही चयन करना चाहिए। क्योंकि संकर किस्म से कम समय मे अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। नीचे हम आपको खीरे के पॉली हाउस मे उगाई जाने वाली संकर किस्मों के नाम बता रहे है। आप इनमे से किसी भी किस्म को उगा सकते है।

पॉली हाउस मे खीरे की खेती कैसे करे

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पॉली हाउस मे खीरे की खेती कैसे करे

पॉली हाउस मे खीरे की खेती करना बहुत ही आसान है। पॉली हाउस मे वैसे तो खीरे की खेती पूरे सालभर की जा सकती है। लेकिन अच्छा पैदावार लेने के लिए मौसम के अनुसार समय इस प्रकार है।

  • ग्रीष्मकालीन मे खीरे की खेती का बुवाई का समय – अगर आप ग्रीष्मकाल मे खीरे की खेती कर रहे है तो आपको खीरे की बुवाई फरवरी से मार्च के महीने मे करनी चाहिए।
  • वर्षाकालीन मे खीरे की बुवाई – अगर आप वर्षाकालीन मे खीरे की बुवाई कर रहे है तो मैदानी क्षेत्रों के लिए मई से जून महिना उपयुक्त माना गया है। व पर्वतीय क्षेत्रों के लिए मार्च से मई महिना सही है।

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प्रति हेक्टेयर खीरे के बीज की आवश्यकता

अगर आप एक हेक्टेयर मे खीरे की खेती कर रहे है तो आपको 2 से 2.25 किलोग्राम खीरे के बीज की प्रति हेक्टेयर आवश्यकता पड़ेगी।

पॉली हाउस मे खीरे की खेती करने के लिए पौधे कैसे तैयार करे

पॉली हाउस मे खीरे की खेती करने के लिए किसान को हमेशा खीरे के पौधों को 50 छिद्रों वाली प्रो ट्रे का ही इस्तेमाल करना चाहिए। जिसमे आप आसानी से एक – एक छिद्र मे खीरे के बीज की बुवाई कर सकते है। खीरे के पौधों की प्रो ट्रे को तैयार करने के लिए कोकोपिट, परलाइट और वर्मी कम्पोस्ट आदि का इस्तेमाल प्रो ट्रे के छिद्र को भरने मे करना चाहिए। ट्रे मे खीरे की बीज की बुवाई करने के तीन से चार दिन मे खीरे के बीज का अंकुरण हो जाता है। व खीरे के पौधे 20 से 25 दिन मे पॉली हाउस मे लगाने के लिए तैयार हो जाते है।

खीरे की खेती मे खाद व उर्वरक की मात्रा

खीरे की खेती को पॉली हाउस मे तैयार करने के लिए कम्पोस्ट या फिर सड़ी हुई गोबर खाद लगभग 15 किलोग्राम तक प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से खीरे की बुवाई करने के 3 से 4 सप्ताह पहले मिट्टी मे मिला देना चाहिए। व चार ग्राम फास्फोरस और पाँच ग्राम पोटाश प्रति वर्गमीटर की दर से मिलाए।

खीरे की रोपण विधि

पॉली हाउस मे खेती की खेती हमेशा क्यारी बनाकर ही करनी चाहिए। क्यारी आपको 1 मीटर चौड़ी और 15 सेमी ऊंचाई की बनानी चाहिए। क्यारियाँ तैयार होने के बाद काली पॉलिथीन के द्वारा मल्चिंग करे। मल्चिंग को बिछाने के बाद 75 गुना 75 सेंटीमीटर की दूरी पर छेद बनाकर खीरे के पौधों को बुवाई करे। बुवाई के बाद खीरे के पौधों की सिंचाई का कार्य हमेशा हजारे के मदद से करना चाहिए। जब तक खीरे का पौधा सही ढंग से लग न जाए।

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सिंचाई कब करे

पॉली हाउस मे की गई खीरे की खेती से अधिक पैदावार लेने के लिए सिंचाई की ड्रिप या स्प्रिंकलर प्रणाली की अपनाना चाहिए। इसमे ड्रिप मे 2 एल पी एच का ड्रिपर लगाते है। जिससे 1 घंटे मे 2 लीटर पनि पौधे को मिल जाता है। बात करे तो खीरे के पौधे को एक दिन मे कितने पानी की आवश्यकता होती है। तो इसका जवाब है खीरे के पौधे को 1 दिन मे 2 से 3 लीटर पानी की की आवश्यकता होती है। खीरे के पौधे को नमी की आवश्यकता होती है। दिन मे 2 से 3 बार स्प्रिंकलर से खीरे के पौधों पर छिड़काव करे ताकि पौधों मे नमी बनी रहे।

पॉली हाउस मे खीरे की खेती करने के लिए मल्चिंग का इस्तेमाल

जो भी किसान भाई पॉली हाउस मे खीरे की खेती कर रहे है। खीरे की बुवाई करने के लिए तैयार क्यारियों पर काली पॉलिथीन का इस्तेमाल जरूर करे। काली पॉलिथीनफिल्म का खीरे की खेती मे इस्तेमाल करने से खरपतवार पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकते है। और खीरे के पौधों मे लंबे समय तक नमी की मात्रा बनी रहती है।

पौधों को सहारा कैसे दे

खीरे के पौधे बेल वाले होते है। खीरे की खेती से अच्छी गुणवता व ज्यादा पैदावार लेने के लिए खीरे के पौधे को सहारा जरूर देना चाहिए। लता को सहारा देने के लिए आप सुतली को भी काम मे ले सकते है। खीरे की बेल को सुतली से बांधते समय ज्यादा टाइट न बांधे। इससे बेल के कट जाने का खतरा रहता है। खीरे की बेल को ज्यादा ऊपर नहीं बंधे नहीं तो खीरे के तैयार होने पर तोड़ने मे परेशानी होगी।

खीरे की तुड़ाई

पॉलीहाउस मे खीरे की खेती खीरे के पौधों को लगाने के लगभग 35 से 40 दिन के बाद तोड़ने के लिए तैयार हो जाते है। एक बार खीरे की तुड़ाई करने के बाद 3 से 4 दिन के बाद वापिस खीरे की तुड़ाई कर सकते है। 1 हेक्टेयर मे खीरे की 250 से 500 क्विंटल पैदावार प्राप्त हो जाती है।

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पॉली हाउस मे खीरे की खेती को लगाने का खर्च व मुनाफा

पॉली हाउस मे 1 एकड़ मे खीरे की खेती करने मे 1 लाख से डेढ़ लाख रुपये की लागत आती है। वही अगर हम एक एकड़ खीरे की खेती से कमाई की बात करे तो 5 लाख से 7 लाख की बचत हो जाती है।

प्यारे साथियों हमारे को उम्मीद है पॉली हाउस मे खीरे की खेती की खेती कैसे करे की जानकारी हमने आपको प्रदान की है। आपको इससे फायदा जरूर हुआ होगा। अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया है तो इस जानकारी को अपने मित्रों के साथ जरूर शेयर करे। और अगर आपके खीरे की खेती से संबंधित कोई सवाल है तो आप नीचे कमेन्ट करके हमारे को पूछ सकते है।

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1 thought on “पॉली हाउस मे खीरे की खेती कैसे करे | खीरे की खेती”

  1. पाली हाउस मे खीरे की चाल ब्रेक का स्प्रे कब करे

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